ELIXIR OPUS
Sunday 25 February 2018
MAA (HINDI POEM)
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खैरात-ए-इंसानियत ऐ सितारों जमीं पर उतर कर तो देखो , न जाने जमाने को क्या हो गया, अब तो इंसान भी इंसा न रहा , कोई हिन्दू त...
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HAPPY FATHER'S DAY उनके दिए क़र्ज़ को अदा करना है , उनके प्रति हर फ़र्ज़ को पूरा करना है , उनके आशीर्वाद से...
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BIRTHDAY SPECIAL POEM FOR A FRIEND वो एक नन्ही सी जान है , मुस्कराता चेहरा जिसकी पहचान है, खुला उसके लिए सारा आशमां है , पंख ख...